परिंदो की फितरत है
उड़ ही जातें है
कुछ रिश्तो को कितना भी संभाल के रखो
धुंध में खो ही जातें है
ज़िन्दगी हर कदम हर पल
एक नई राह दिखा जाती है
नए कुछ किस्से अनकहे
जहाँ ज़िन्दगी सवार रहे होते है
पुराने कुछ किस्से
आपकी यादों में कही छुपे
बीतें कुछ लम्हों की
मीठी सी याद दिला रहे होते हैं
1 comment:
wah... wah...
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